उसकी नजरों से मेरी नजरे मिलती है तो वह मुस्कुरा देती है थोड़ा सा इशारा कर दो अगर शर्मा के पलके झुका लेती है इंकार करती नहीं है किसी चीज को इसीलिए तो उसके ऊपर खुद से भी ज्यादा विश्वास है
Hindi shayari | shayari sangrah
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