उसकी नजरों से मेरी नजरे मिलती है तो वह मुस्कुरा देती है थोड़ा सा इशारा कर दो अगर शर्मा के पलके झुका लेती है इंकार करती नहीं है किसी चीज को इसीलिए तो उसके ऊपर खुद से भी ज्यादा विश्वास है
मोहब्बत है तो कह दो क्यों खामोश रहती हो जो आंखों से इजहार किए जा रही हो बात सुनने को बेताब रहने लगा हूं Shayari photos Love shayari love shayari Hindi shayari Hindi shayari Hindi shayari